इस अनूठे संग्रह में जमा हैं 52 अरब हस्तलिखित राम

राजस्थान की एक संस्था ने करीब 30 साल पहले एक अनूठी मुहिम शुरु की। मुहिम थी राम नाम का बैंक (Ram Name Bank) बनाने की। इस बैंक में हाथ से लिखे हुए 52 अरब राम नाम का संग्रहित हैं।
राम नाम धन संग्रह बैंक (Ram Name Dhan sangrah Bank) संस्था ने हस्त लिखित राम नाम संग्रह की शुरुआत की। यह शुरुआत वर्ष 1987 में अजमेर (Ajmer) से शुरु की गई। इसके बाद लोग जुड़ते गए और राम का नाम आगे बढ़ता गया। राम भक्त कॉपी में हाथ से राम नाम लिखते। कॉपी पूरी होने पर इसे संस्था को जमा कराते जाते। संस्था ने यह कॉपियां जमा करने के लिए केन्द्र भी बना रखे है। सिलसिला अभी थमा नहीं, जारी है। संस्था के अनुसार अब तक संग्रह में 52 अरब हस्तलिखित राम नाम जमा हो चुके हैं। अब इस बैंक में 100 अरब राम नाम संग्रहित करने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए संस्थान ने प्रयास शुरू कर दिया है।
राम नाम संग्रह परिक्रमा
25 अरब राम नाम धन संग्रह को जयपुर के प्रसिद्ध गोविन्ददेवजी मंदिर (Govinddev ji Temple, Jaipur) में पिछले दिनों रखा गया। सैकड़ों भक्त रोजाना इसकी परिक्रमा कर पुण्य कमाया। अप्रैल 2017 में गोविन्ददेवजी मंदिर में राम नाम धन संग्रह परिक्रमा का का तीसरा मौका है। इससे पहले 2007 और उसके बाद 2012 में भी राम नाम परिक्रमा गोविन्द देवजी मंदिर में आयोजित हो चुकी हैं।
इससे बढ़ती है एकाग्रता
राम नाम धन संग्रह कई मायनों में महत्वपूर्ण है। लोग मानते है कि इससे उन्हें पुण्य मिलता है। इसके और भी फायदे है। राम नाम लिखने से मन की एकाग्रता बढ़ती है। मन शांत रहता है। राम नाम धन संग्रह में योगदान देने वालों में अधिकतर 50 साल से अधिक उम्र के है। इससे उनका समय भी बीत जाता है। मन लगा रहता है। ये लोग परस्पर एक दूसरे से जुड़े रहते है। इस संस्थान से जुड़ने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है।